JAMUI HUNT/ News Desk| राज्य निर्वाचन आयोग बिहार द्वारा जारी अधिसूचना के बाद पंचायत उप-निर्वाचन 2023 में अनियमितता बरते जाने का मामला प्रकाश में आया है, जो मतदाताओं के लिए अब परेशानी का सबब बन गया है, इससे उनमें आक्रोश भी पनप रहा है। मतदाता पर्ची वितरण के बाद पूरा प्रकरण सार्वजनिक हुआ।


जानकारी के मुताबिक, गिद्धौर प्रखंड अन्तर्गत पतसंडा पंचायत वार्ड 2 में सूचीबद्ध अधिकांश मतदाता वार्ड 3 की सूची में नामित कर दिए गए हैं। इनमें निर्वाचित जनप्रतिनिधि भी शामिल हैं। पत्संडा वार्ड 2 के मतदाता किष्टो झा, संजय झा, ध्रुव नाथ झा, रोहित कुमार , सोनू कुमार मिश्र, आलोक कुमार झा, राजीव रंजन, कृष्णकान्त झा, उपेन्द्र मिश्र, गीता देवी, मधु देवी, रुक्मिणी देवी, आदि ने बताया कि लोकसभा, विधानसभा से लेकर पंचायत चुनाव की मतदाता सूची में भी हमलोग वार्ड नं.2 से ही सूचीबद्ध हैं। पंचायत उप निर्वाचन नामावली 2023 के अंतिम प्रकाशन में वार्ड 2 के अधिकांश मतदाताओं का नाम वार्ड 3 , वार्ड 1, और वार्ड 13,में शिफ्ट कर दिया गया है, जिससे हम मतदाताओं को अब मतदान करने अपने निर्धारित मतदान केंद्र से काफी दूर जाना पड़ेगा।

हेरा फेरी के चपेटे में आए निर्वाचित पंचायत प्रतिनिधि,आयोग से लगाई न्याय की गुहार

पतसंडा पंचायत से निर्वाचित हुए सरपंच, वार्ड सदस्य भी जैसे पंचायत प्रतिनिधि भी इस हेराफेरी के चपेट में आ गए हैं। मतदाताओं ने बताया कि, पंचायत चुनाव के प्रत्याशियों को राजनीतिक लाभ पहुंचाने के लिए उच्च अधिकारियों के आंखों में धूल झोंकर इस तरह के उलट फेर किए गए हैं। इसका खामियाजा हम मतदाताओं को भुगतना पड़ेगा। वहीं, मतदाताओं की माने तो इसका असर मतदान के प्रतिशत पर भी पड़ेगा।
इधर, स्थानीय मतदाताओं ने राज्य निर्वाचन आयोग से निष्पक्षता और गंभीरतापूर्वक जांच कर दोषियों पर दंडात्मक कार्रवाई करते हुए न्याय की गुहार लगाई है।

डेथ सर्टिफिकेट व मतदाता पर्ची ©JAMUI HUNT

मृत व्यक्ति मतदाता सूची में हैं जीवित, नाम विलोपित नहीं हुआ


आगामी 28 दिसंबर को होने वाले पतसंडा पंचायत के उप चुनाव की मतदाता सूची के अंतिम प्रकाशन में अनियमितता का आलम है कि, जो व्यक्ति मृत हैं, उनका नाम भी मतदाता सूची के अंतिम प्रकाशन में डालकर उन्हे वोटरों के गिनती में शामिल कर दी गई है। पतसंडा पंचायत के लिए जारी मतदाता सूची क्रम संख्या 141, 242, सहित अन्य वॉर्ड से भी दर्जनों ऐसे मतदाता हैं, जिनका स्वर्गवास हुए साल बीत गए, बावजूद इसके इनका नाम मतदाता सूची में शामिल हैं, जो मतदाता सूची के अंतिम प्रकाशन में हुए अनियमितता की गवाही दे रहे हैं।

इधर, इस संदर्भ में पूछे जाने पर जहां पंचायत सचिव पल्ला झाड़ रहे हैं ,वहीं बीडीओ अजय कुमार ने पूरे प्रकरण को जांच का विषय बताया है।

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