JAMUI HUNT/ News Desk| बिना कोई फंडिंग के मात्र अपने श्रम बल पर समाज, सरकारी, गैर सरकारी योजनाओं को आईना दिखा रहे साईकिल यात्रियों के दर्जनों सदस्यो द्वारा पतनेश्वर नदी घाट को लगातार चार घंटे श्रमदान कर कचरे से मुक्त करने का प्रयास किया गया। मंच द्वारा 412वीं यात्रा के क्रम में छठ पूजा के बाद पतनेश्वर नदी घाट किनारे फैले वृहत कचरा को नष्ट किया गया, जिससे अधिकांश जगह साफ सुथरा दिखी और प्लास्टिक मुक्त दिखी। सदस्यो द्वारा परिसर में लगे पौधे की संरक्षण की गई एव कुल 11 पौधा रोपण भी किया गया। 

सदस्य शैलेश भारद्वाज ने बताया, जहां स्वच्छता होता है वहां ही ईश्वर का वास होता है ,पर जहां ईश्वर स्थापित है ,वहां हमलोग पिकनिक स्पॉट बना के इतना गन्दा कर देते है कि परिसर में पैर रखने का जगह नहीं होती है। बहुत ही शर्मनाक बात है। केवल बोलने और कोसने से अच्छा होता हर आदमी अपने कर्तव्य को समझ कर थोड़ा थोड़ा प्रयास करे तो अपना धार्मिक स्थल मनोरम दिखेगा। यह एक प्रकार का ईश्वर को अपने तरफ से श्रद्धा अर्पित करने जैसा हैं।

सदस्य प्रिंस राज ने बताया, अपने धार्मिक स्थल के प्रति भी सामूहिक रूप से स्वच्छ रखने की जिम्मेदारी सभी की होनी चाहिए। नदी अपने अंदर कई कचरे का निपटारा तो कर लेती हैं, और हमलोगों को स्वच्छ जल देने का प्रयास करती लेकिन कई हानिकारक कचरा एवं प्लस्टिक का निबटारा नही कर पाती है, जिससे नदियों का स्वच्छता और आस्तित्व खत्म होने का खतरा बनता जा रहा है। वहीं, सदस्य राहुल सिंह राजपूत द्वारा लोगो से अपील की गई। कम से कम जो भी ईश्वर की पूजा करने इस स्थल आते हैं तो अपने साथ ले कर आए कचरे प्लास्टिक को तो निर्धारित स्थल पर निपटारा करे तभी आपकी श्रद्धा फलदायक साबित हो सकता है।

पत्नेश्वर धाम की सफाई करते साईकिल यात्री

इस अवसर पर लडडू मिश्रा, सचिराज पद्माकर, शैलेश भारद्वाज, विवेक कुमार, राहुल सिंह, धीरज कुमार सिंह, राहुल राजपूत, संतोष कुमार सुमन, प्रिंस कुमार, मनीष कुमार, हर्ष कुमार सिन्हा, कुंदन कुमार, पुष्पराज सुमन सहित पुजारी और श्रदालु उपस्थित थे।

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