JAMUI HUNT/ News Desk |जन शिक्षण संस्थान जमुई (JSS Jamui) के द्वारा जिला उद्योग केंद्र (DIC Jamui) के सहयोग से सुन्दरीटांड़ गांव में शनिवार को रोजगार उन्मुख एवं उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए क्षमता वर्धन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक मितेश कुमार शांडिल्य एवं विस्तार पदाधिकारी विपिन चन्द्र मौजूद ने संयुक्त रूप से बिहार सरकार के स्टार्ट-अप नीति, मुख्यमंत्री एवं पीएमईजीपी उद्यमी योजना की विस्तृत जानकारी प्रदान की। पदाधिकारियों ने युवाओं को पारंपरिक व्यवसाय और स्टार्टअप के बीच अंतर को स्पष्ट करते हुए बताया कि स्टार्टअप के लिए आपको नए आइडिया के साथ आना होगा और जिला उद्योग केंद्र आपको उसे क्षेत्र में मदद करेगा। चयनित उद्यमियों को 10 लाख रुपए तक की राशि दिए जाने वाले सम्बन्धित योजनाओं को भी बताया।
मुख्यमंत्री योजना एवं पीएमइजीपी योजनाओं की चर्चा करते हुए उपलब्ध अनुदान एवं ऋण राशि के बारे में भी चर्चा हुई। इन योजनाओं में 10 लाख से लेकर 50 लाख तक की राशि उपलब्ध होती है। पदाधिकारियों ने बताया कि उद्यमिता के प्रति युवाओं के लिए जिला उद्योग केन्द्र एक सतत नेटवर्क स्थापित करना चाहती है। जिला उद्योग केंद्र के पदाधिकारी ने युवाओं को स्वरोजगार और उद्यम स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया और उन्हें उद्यम पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करने की सलाह दी।
वहीं, जेएसएस जमुई निदेशक अंशुमान (Anshuman) ने जिला उद्योग विभाग का आभार जताते हुए नामांकित युवाओं को उद्यमी बनने की दिशा में प्रेरित किया । निदेशक अंशुमान ने व्यहवारिक बिंदुओं को साझा करते हुए सरकार के इस योजना का लाभ उठाकर आत्मनिर्भर बनने की बात कही। उन्होंने कहा कि, जोश, जुनून और जज्बा है तो युवा अपने मेहनत और हुनर के दम पे सफल उद्यमी बन सकते हैं। इस बीच सरकार द्वारा पारित नेशनल केरियर सर्विस की भी जानकारी साझा की गई। निदेशक ने बताया कि, जन शिक्षण संस्थान का उद्देश्य सिर्फ कौशल विकास ही नहीं बल्कि प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद लाभार्थियों को आत्मनिर्भर बनने के लिए हर संभव मदद पहुंचाया जा रहा है।
मौके पर प्रोग्राम ऑफिसर अमित कुमार, प्रोग्राम एसिस्टेंट कुन्दन कुमारी, एसिस्टेंट प्रोग्राम ऑफिसर अभिषेक कुमार झा, ट्रेनर उषा देवी, शिव नन्दन कुमार, संस्थान सहयोगी ई. प्रदीप कुमार रविदास के अलावे दर्जनों लाभार्थी व स्थानीय ग्रामीण मौजूद रहे।